महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय मैं आज 74वां स्वतंत्र दिवस समारोह वैश्विक महामारी कोरोना की जारी गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मनाया गया! कुलपति प्रोफेसर आरपी सिंह ने बृहस्पति भवन पर ध्वजारोहण करते हुए शिक्षकों से आह्वान किया कि विद्यार्थियों के शैक्षणिक उन्नयन के साथ-साथ व्यक्तित्व, सांस्कृतिक और चारित्रिक निर्माण पर भी जोर दे!अन्यथा विद्यार्थी कृत्रिम व्यक्तित्व के साथ स्वमं तक सीमित रह जाएगा और राष्ट्र निर्माण में कोई योगदान नही दे पायेगा। उन्होंने कहा नई शिक्षा नीति में विवि की भूमिका महत्वपूर्ण व जिम्मेवार हो गई विश्वविद्यालय अब सृजन केंद्र बनेगे और महाविद्यालय स्वायत्तता के साथ ज्ञानार्जन प्रसार के केंद्र बनेगे।
कुलपति प्रो सिंह आज कर्मचारियों को अपने कर्तव्यों के लिये प्रेरित करने के निमित्त नवाचार करते हुए तीन कर्मचारियों को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रशस्ति पत्र देकर पीठ थपथपाई और कहा कि जो व्यक्ति अपने कार्यों का सम्मान करता है, कार्य उसे सम्मान दिलाता हैं! इसके बाद कुलपति, सहित सभी शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी विश्वविद्यालय के वनस्पति उद्यान पहुंचे और दिनांक 1 अगस्त से निरंतर चल रहे वन-महोत्सव के अंतर्गत आज स्वाधिनता दिवस के अवसर पर लगभग 501 पौधे लगाएं ! कुलपति प्रोफ़ेसर सिंह के दाएं हाथ में मल्टीपल फ्रैक्चर के बावजूद वह दोपहर 2:30 बजे तक वृक्षारोपण करने वाले कर्मचारियों की हौसला अफजाई करते नजर आये। ध्यातव्य हो कि महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अपने स्थापना दिवस 1 अगस्त से महामहिम कुलाधिपति व राज्यपाल श्री कलराज मिश्र के निर्देशानुसार प्रतिदिन विश्वविद्यालय परिसर, आसपास की खाली भूमि, सड़क किनारे व गोद लिए गांव नरवर मैं निरंतर वृक्षारोपण करते हुए अब तक लगभग 7200 पौधे अब तक लगा दिए हैं ! वनमाहोत्सव के सफल आयोजन हेतु विश्वविद्यालय की चार सदस्यीय समिति गठित की गई थी जिसमे कुलसचिव संजय माथुर, प्रोफेसर अरविंद पारीक, प्रोफेसर सुभाष चंद्र, उद्यान निरीक्षक राजेंद्र तिवारी को सम्मिलित किया गया था! समिति द्वारा अब तक किए गए कार्यों पर कुलपति प्रोफेसर सिंह ने संतोष प्रकट किया और कहा कि वृक्षारोपण कार्यक्रम वर्षा ऋतु में निरंतर जारी रहेगा और अधिकाधिक फलदार, छायादार और औषधीय महत्व के विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए जाएंगे।